Palang Tod
VIP
अमेरिका : स्कूली किताबों में हिंदुत्व आैर भारत को लेकर दी गई गलत जानकारी
वाशिंगटन : स्कूली किताबों में हिंदुत्व के संबंध में गलत जानकारी दिए जाने से भारतीय-अमेरिकी समुदाय में नाराजगी है ! इसके विरोध में कैलिफोर्निया में एक सप्ताह तक चले प्रदर्शन में भारी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया ।
आठ हजार लोगों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर कर प्रस्तावित पुस्तकों में प्रकाशित भारत और हिन्दू धर्म के बारे में सही जानकारी देने की प्रांतीय सरकार से मांग की थी । इसके बाद कैलिफोर्निया प्रांत के शिक्षा विभाग ने विद्वानों, छात्रों और समुदाय के लोगों से मिली जानकारी पर पाठ्यपुस्तक में बदलाव किए ।
बता दे कि, शिक्षा विभाग के इंस्ट्रक्शनल क्वालिटी कमीशन(आयक्यूसी) की सार्वजनिक सुनवाई में हिन्दू अमेरिकी, एलजीबीटी और अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय ने हिन्दू धर्म के संबंध में गलत जानकारी पर गंभीर चिंता जाहिर की थी ।
कैलिफोर्निया स्थित हिन्दू एजुकेशन फाउंडेशन (एचइएफ) के सांताराम नेक्कर ने कहा कि, ‘भारत के इतिहास को पश्चिम के नजरिए नहीं देखा जाना चाहिए । हालांकि शिक्षा विभाग ने दो प्रकाशकों की किताबों को खारिज कर दिया है और पुस्तकों में कुछ सकारात्मक बदलाव किए हैं । इसके बावजूद काफी कुछ सुधार की आवश्यकता है । हम अपने इतिहास की सही जानकारियां शामिल कराने के लिए संघर्ष करते रहेंगे !’
वाशिंगटन : स्कूली किताबों में हिंदुत्व के संबंध में गलत जानकारी दिए जाने से भारतीय-अमेरिकी समुदाय में नाराजगी है ! इसके विरोध में कैलिफोर्निया में एक सप्ताह तक चले प्रदर्शन में भारी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया ।
आठ हजार लोगों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर कर प्रस्तावित पुस्तकों में प्रकाशित भारत और हिन्दू धर्म के बारे में सही जानकारी देने की प्रांतीय सरकार से मांग की थी । इसके बाद कैलिफोर्निया प्रांत के शिक्षा विभाग ने विद्वानों, छात्रों और समुदाय के लोगों से मिली जानकारी पर पाठ्यपुस्तक में बदलाव किए ।
बता दे कि, शिक्षा विभाग के इंस्ट्रक्शनल क्वालिटी कमीशन(आयक्यूसी) की सार्वजनिक सुनवाई में हिन्दू अमेरिकी, एलजीबीटी और अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय ने हिन्दू धर्म के संबंध में गलत जानकारी पर गंभीर चिंता जाहिर की थी ।
pictures from Ancient India section of Discovery Education History Social Science textbook draft
कैलिफोर्निया स्थित हिन्दू एजुकेशन फाउंडेशन (एचइएफ) के सांताराम नेक्कर ने कहा कि, ‘भारत के इतिहास को पश्चिम के नजरिए नहीं देखा जाना चाहिए । हालांकि शिक्षा विभाग ने दो प्रकाशकों की किताबों को खारिज कर दिया है और पुस्तकों में कुछ सकारात्मक बदलाव किए हैं । इसके बावजूद काफी कुछ सुधार की आवश्यकता है । हम अपने इतिहास की सही जानकारियां शामिल कराने के लिए संघर्ष करते रहेंगे !’