Punjab News अब हाजिर है ‘रेडियो ऑटो’

ऑटो के आरामदायक और सुरक्षित सफर के लिए तैयार हो जाइए। ऑटो ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर में अब आर्गेनाइज्ड कंपनी मैदान में उतर आई है। रेडियो कैब की तर्ज पर इको फ्रेंडली रोड सर्विसेज कंपनी ऑटो अगले हफ्ते से शहर की सड़कों पर उतारेगी।

कंपनी को पंजाब सरकार ने पहले चरण में एक हजार ऑटो सड़कों पर उतारने की मंजूरी दे दी है। सरकार ने इसके लिए आठ रुपए प्रति किलोमीटर की दर से किराया तय किया है। ऑटो में तीन सवारियां बैठ सकेंगी। कंपनी प्रबंधन का कहना है कि लोगों को मिलकर ऑटो किराए पर लेने की सुविधा भी दी जाएगी। इससे सफर खर्च आधा या दो तिहाई तक कम किया जा सकता है।

कंपनी के मैनेजिंग पार्टनर आनंद मौदगिल के मुताबिक आटो रिक्शा को ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीसीएस) से लैस किया गया है। ग्राहक स्पेशल फोन नंबर डायल कर कंट्रोल रूम के माध्यम से संपर्क करेगा। जीपीएस से लेस नजदीकी आटो को ग्राहक के पास भेज दिया जाएगा। उन्हांेने कहा कंपनी युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रही है। पढ़े लिखे नौजवानों को इस पेशे में उतरने का मौका दिया जा रहा है। कंपनी आटो चालकों को प्रशिक्षण दिलवा रही है। कंपनी से जुड़े ऑटो चालक कम से कम 12 से 15 हजार रुपए प्रतिमाह कमा सकेंगे।

कंपनी ने अगले हफ्ते शहर में 100 ऑटो रिक्शा उतारने का लक्ष्य निर्धारित किया है। यह आटो रिक्शा नगर निगम की हद के अंदर सवारी से 8 रुपए प्रति किलोमीटर की हिसाब से किराया वसूलेंगे। ऑटो में तीन सवारियां बैठ सकेंगी। इससे प्रति सवारी अढ़ाई रुपए प्रति किलोमीटर दर पड़ेगी। कंपनी प्रति आटो 1.6 लाख रुपए का निवेश कर रही है। शहर में फिलहाल करीब 50 हजार ऑटो दौड़ रहे हैं। इनमें से करीब 12500 ऑटो ही विभाग के पास रजिस्टर्ड हैं। पंजाब सरकार की ओर से अवैध ऑटो को सड़कों से हटाने के आदेश के मद्देनजर आने वाले दिनों में ट्रांसपोर्ट सर्विस सेक्टर में भारी संभावनाएं दिखाई दे रहीं हैं।

सफर सस्ता और सुरक्षित भी

किलोमीटर स्कीम के तहत चलने वाले ऑटो सवारी को सस्ता और सुरक्षित सफर उपलब्ध करवाएंगे। मान लीजिए आप ट्रेन से रेलवे स्टेशर पर उतरे हैं। आप वहां से अपने गंतव्य के लिए ऑटो पकड़ेंगे तो दस किलोमीटर के दायरे तक आपसे कम से कम सौ रुपए वसूल कर लिए जाएंगे। यह भाड़ा रात को और सवारियों की स्थिति के मद्देनजर ज्यादा भी हो सकता है, जबकि कंपनी का ऑटो आपसे प्रति किलोमीटर की दर से भाड़ा वसूलेगा।

अगर आपको कम दूरी तय करनी है तो आपकी जेब भी कम हल्की होगी। सुरक्षा के नजरिए से भी यह बेहतर है। खासकर रात को ऑटो में सफर करने वालों को विशेष आराम रहेगा। कंपनी के ऑटो जीपीएस से जुड़े होंगे। उनकी पल पल की रिपोर्ट कंट्रोल रूम में दर्ज होगी। ऑटो ड्राइवर भी कंपनी में रजिस्टर्ड होंेगे। इससे ऑटो चालकों की ओर से की जाने वाली लूटपाट, हत्या जैसे हादसों का खतरा नहीं रहेगा।
 
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