Palang Tod
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ऑस्ट्रेलिया में हमले और लूट का शिकार बने एक भारतीय छात्र का कहना है कि उस पर हुआ हमला नस्लभेद से प्रेरित था और हमलावरों ने उस
से कहा 'अपने देश लौट जाओ।'
स्थानीय समाचार पत्र 'द एज' ने बुधवार को लिखा है कि 23 वर्षीय नीरज भारद्वाज मेलबर्न में सोमवार सुबह चार बजे ट्राम का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच शराब के नशे में धुत्त दो लोग उनके पास आए। उनमें से एक ने भारद्वाज से अपना बटुआ उसके हवाले करने को कहा। इसके बाद दूसरे ने उसके चेहरे पर कई घूंसे मारे जिससे वह बेहोश हो गया।
भारद्वाज ने बताया कि 15 मिनट बाद वे लोग दोबारा आए और उन्हें फिर से कई घूंसे मारे। उनमें से एक हमलावर ने भद्दी गालियां देते हुए कहा कि अपने देश लौट जाओ।
इस मारपीट में भारद्वाज की बाईं आंख, पसलियों में गंभीर चोट आई है और उनकी नाक भी टूट गई है। डॉक्टरों ने भारद्वाज से कहा है कि उनकी बांईं आंख 80 से 90 फीसदी क्षतिग्रस्त हो चुकी है और वह शायद कभी ठीक नहीं होगी।
काम करने में असमर्थ भारतीय छात्र नीरज का कहना है कि उन्हें घर से निकलते समय अब डर लगता है और उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि भारत में अपने परिवारवालों से वह क्या कहे? भारद्वाज ने कहा, 'मेरा भविष्य बहुत अच्छा था लेकिन अपराधियों ने उसे छीन लिया। मैं इस शहर में सुरक्षित नहीं हूं।
से कहा 'अपने देश लौट जाओ।'
स्थानीय समाचार पत्र 'द एज' ने बुधवार को लिखा है कि 23 वर्षीय नीरज भारद्वाज मेलबर्न में सोमवार सुबह चार बजे ट्राम का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच शराब के नशे में धुत्त दो लोग उनके पास आए। उनमें से एक ने भारद्वाज से अपना बटुआ उसके हवाले करने को कहा। इसके बाद दूसरे ने उसके चेहरे पर कई घूंसे मारे जिससे वह बेहोश हो गया।
भारद्वाज ने बताया कि 15 मिनट बाद वे लोग दोबारा आए और उन्हें फिर से कई घूंसे मारे। उनमें से एक हमलावर ने भद्दी गालियां देते हुए कहा कि अपने देश लौट जाओ।
इस मारपीट में भारद्वाज की बाईं आंख, पसलियों में गंभीर चोट आई है और उनकी नाक भी टूट गई है। डॉक्टरों ने भारद्वाज से कहा है कि उनकी बांईं आंख 80 से 90 फीसदी क्षतिग्रस्त हो चुकी है और वह शायद कभी ठीक नहीं होगी।
काम करने में असमर्थ भारतीय छात्र नीरज का कहना है कि उन्हें घर से निकलते समय अब डर लगता है और उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि भारत में अपने परिवारवालों से वह क्या कहे? भारद्वाज ने कहा, 'मेरा भविष्य बहुत अच्छा था लेकिन अपराधियों ने उसे छीन लिया। मैं इस शहर में सुरक्षित नहीं हूं।