dard

आज कितने दिनों बाद बूंदें गिरीं, ये बारिश नहीं, कोई रो रहा है । तभी तो इतनी ठंडी हवा चल रही है, कोई दुखी मन से सो रहा है । शोर मत मचाना, नहीं तो दर्द जाग डायेगा, और वो उसका प्यारा सा स्वप्न भी भाग जायेगा । इन बूंदों से उसका दर्द कम हो रहा है । तुम भी सो जाओ इस अहसास के साथ कि तुम्हारा दर्द तुम्हारे साथ सो रहा ह
 
Top