दुनिया में सबसे बड़ा सुखी कौन!!

दुनिया में हर कोई सुखी होना चाहता है। मगर समस्या यह है कि इंसान जिसे सुख समझता है, असल में वह सुख होता ही नहीं। इतना ही नहीं इंसान सुखी होने के जिन रास्तों को अख्तियार करता है, वो उसे सुख की तरफ नहीं बल्कि आखिर में दु:ख के दलदल में ही धकेल देते हैं। इस बात की गहराई को आसानी से समझने के लिये आइये चलते हैं, एक सुन्दर कथा की ओर...........



एक संत की सभा में एक आदमी ने पूछा महाराज आपकी सभा मे सबसे सुखी कौन है। महात्मा ने पीछे बैठे एक आदमी की ओर इशारा किया तब वह आदमी बोला कि इसका प्रमाण क्या है कि सही सबसे सुखी है। संत ने सभा में बैठे राजा से पूछा कि राजन आपको क्या चाहिए राजा बोला मेरे पास तो सबकुछ है बस राज्य को चलाने वाला एक पुत्र चाहिए। फिर एक धनपति से पूछा तुम्हें क्या चाहिए तब धनपति बोला मैं इस नगर का सबसे ज्यादा धनी व्यक्ति बनना चाहता हूं। इस प्रकार सभी ने अपनी अपनी इच्छाऐं महात्मा जी को बता दी ।



आखिर में महात्मा जी ने उस व्यक्ति से पूछा कि तुम्हें क्या चाहिए? तब वह व्यक्ति बोला कि मुझे तो कुछ नहीं चाहिए। अगर आप मुझे कुछ देना ही चाहते हैं तो कृपा करके बस मुझे इता आर्शीवाद दीजिए कि मेरे जीवन में कोई चाह नहीं हो तब पूरी सभा में मौन छा गया और महात्मा जी बोले कि है महानुभावों इस दुनिया में सबसे सुखी वही है जिसने अपनी चाहतों को खत्म कर दिया है।
 
Top