मरीज़ -ऐ-इश्क़ हैं तो दवा-ऐ-दिल समझ 'दिल्बर' को, फिर मर्ज़ जाने, दवा जाने, शिफ़ा जाने, खुदा जाने
dilbardeewana VIP May 31, 2015 #1 मरीज़ -ऐ-इश्क़ हैं तो दवा-ऐ-दिल समझ 'दिल्बर' को, फिर मर्ज़ जाने, दवा जाने, शिफ़ा जाने, खुदा जाने