Malkit01Singh
Elite
~इश्क़ ओ अश्क़~
इश्क़ और अश्क़ यूँ लगते तो गैर हैं,
पर इनकी यारी ने मंज़र बदल दिया!
जो आँखों में रह गया, उसे इश्क़ कह दिया,
जो आँखों से बह गया, उसे अश्क़ कह दिया!
इश्क़ और अश्क़ यूँ लगते तो गैर हैं,
पर इनकी यारी ने मंज़र बदल दिया!
जो आँखों में रह गया, उसे इश्क़ कह दिया,
जो आँखों से बह गया, उसे अश्क़ कह दिया!