एक मैं ही नहीं जुर्म ऐ मुहब्बत का खतावार हल्का सा तबस्सुम भी तो शामिल था उधर से
dilbardeewana VIP May 29, 2015 #1 एक मैं ही नहीं जुर्म ऐ मुहब्बत का खतावार हल्का सा तबस्सुम भी तो शामिल था उधर से