परेशानी का शबब बन गयी है तेरी गुफ्तगू बातो का तू अपनी मुझे उन्वान बता दे! हार चंद तुझे चाहा, हर बार तुझे सोचा तू मुझको चाहता है, एक बार जता दे !!