सात विकेट से जीता भारत

जिम्बाब्वे दौरे के अंतिम ट्वेंटी मुकाबले में सुरेश रैना के शानदार 72 रन (नाबाद) और सलामी बल्लेबाज मुरली विजय के 46 रन की पारी के बूते भारत ने मेजबान को दूसरे व अंतिम ट्वेंटी20 मुकाबले में सात विकेट से शिकस्त दी। इसी के साथ टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे दौरे का विजयी अंत किया। एकदिवसीय श्रृंखला में मिली हार के बाद यह जीत टीम के गिरे हुए मनोबल को उठाने में मददगार होगी।

नमन ओझा (10) के जल्दी आउट हो जाने के बाद मुरली विजय और सुरेश रैना की 79 रन की साझेदारी ने मैच को एकतरफा बना दिया। जिम्बाब्वे की ओर से मोफू, प्राइस व चिभाभा ने एक-एक विकेट चटकाए।

अब भारतीय टीम 15 जून से श्रीलंका में शुरु हो रहे एशिया कप में जीत के विश्वास के साथ जाएगी।

इससे पहले ततेंदा ताईबू की संघर्षपूर्ण 45 रन की नाबाद पारी के बूते जिम्बाब्वे ने भारत के सामने 141 रन का लक्ष्य रखा है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए मेजबान ने पांच विकेट पर 140 रन बनाए। यह टी20 में जिम्बाब्वे का दूसरा हाई स्कोर है।

रैना का रंग

महेंद्र सिंह धोनी की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया के कमान संभालने वाले सुरेश रैना ने कप्तानी पारी खेलते हुए भारत को जीत दिलाई। रैना ने अपनी बेहतरीन पारी में 44 गेंदों का सामना करते हुए छह चौक्के व दो छक्कों की मदद से नाबाद 72 रन बनाए। तीसरे नंबर पर खेलने आए रैना ने मुरली विजय के साथ अर्धशतकीय साझेदारी की।

अर्धशतक से चूके मुरली

सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने अपना आईपीएल का प्रदर्शन दोहराते हुए धुआंधार पारी खेली। मुरली ने 39 गेंदों में ताबड़तोड़ 46 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने तीन छक्के व दो चौक्के भी लगाए। पर वो अर्धशतक लगाने से चूक गए।

जिम्बाब्वे पारी

विकेटकीपर बल्लेबाज ताइबू ने बिखरती पारी को एक छोर से संभालते हुए बढ़िया खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने 40 गेंदों पर दो चौक्कों की मजज से 45 रन बनाए। चार्ल्स कोवेंटरी ने 28 व ब्रेंडन टेलर ने 27 रन बनाए। मेसाकात्जा और चिभाभा ने क्रमशः दो व सात रन का योगदान किया।

भारतीय गेंदबाजी फीकी रही। शुरुआती सफलताओं के बाद बॉलर्स ढीले पड़ गए। पहले दस ओवरों में जिम्बाब्वे के दो विकेट पर 47 रन थे। आखिरी पांच ओवरों में गेंदबाजों ने 66 रन लुटाए। 15 रन देकर दो विकेट चटकाने वाले अशोक डिंडा सबसे सफल गेंदबाज रहे। प्रज्ञान ओझा, आर अश्विन व अमित मिश्रा ने एक-एक विकेट लिया।
 
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