Punjab News वाहन चलाने का लाइसेंस या मारने का

‘शुभयात्रा’ की शुभकामनाएं लेकर सड़कों से गुजर रहे लोगों पर जिला परिवहन विभाग की लापरवाही भारी पड़ सकती है। यही नहीं शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने में जुटी यातायात पुलिस भी इस लापरवाही का खामियाजा भुगत सकती है। परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते उन लोगों को भी आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस मिल जा रहा है जो गाड़ी चलाना ही नहीं जानते।

ड्राइविंग लाइसेंस देते समय कई लोगों का ड्राइविंग टेस्ट तो होता ही नहीं और जिनका होता भी है विभाग दो मिनट से भी कम में उन्हें पास कर देता है। हैरत की बात है कि इतने कम समय में किसी के गाड़ी चलाने या न चला पाने का अंदाजा कैसे लगाया जा सकता है? और यह बात तो आपको और भी हैरत में डाल सकती है कि मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर को इस बात की कोई जानकारी नहीं कि इस दो मिनट से भी कम समय के टेस्ट में कितने व्यक्ति फेल हुए हैं।


गौरतलब है कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट और पंजाब स्टेट ह्यूमन राइट्स कमीशन ने पंजाब परिवहन विभाग के सचिव को निर्देश दिए थे कि ड्राइविंग टेस्ट लेने के बाद ही आवेदनकर्ता को ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाए। इस संदर्भ में परिवहन विभाग पंजाब के सचिव ने राज्य के सभी जिला परिवहन अधिकारियों और सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट को पत्र जारी कर ड्राइविंग टेस्ट की प्रक्रिया मुकम्मल करने के बाद ही लाइसेंस जारी करने के निर्देश दिए थे। पत्र में यह भी जिक्र किया गया है कि देश में बढ़ रहे सड़क हादसों की मुख्य वजह चालकों के पूरी तरह प्रशिक्षित नहीं होना है।
 
Top