पहली बार रात में ताकत दिखाएगी वायुसेना

राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की मौजूदगी में पोकरण के रेगिस्तान में वायुसेना पहली बार रात में अ
पनी मारक क्षमता का प्रदर्शन करेगी। 28 फरवरी को हो रहे वायुशक्ति-2010 नाम के इस शक्ति प्रदर्शन के दौरान वायुसेना दोपहर, शाम और रात के दौरान अपनी प्रहारक क्षमता का प्रदर्शन पाकिस्तान, चीन सहित प्रमुख देशों के रक्षा राजनयिकों की मौजूदगी में करेगी।

यहां वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल पी. वी. नायक ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई, मिराज-2000, जगुआर, मिग-29 और मिग-21 लड़ाकू विमानों की प्रहारक क्षमता और अचूक निशानेबाजी का प्रदर्शन हवा से हवा में मार करने वाली आरडी-73 जैसी मिसाइलों से किया जाएगा। इस दौरान लेजर गाइडेड और अचूक निशाने वाली अन्य हमलावर प्रणालियों का इस्तेमाल किया जाएगा।

इस प्रदर्शन में पहली बार अवॉक्स टोही विमान भी शामिल किए जाएंगे। एक मानवरहित टोही विमान को भी रणक्षेत्र की तस्वीरें लेने के लिए तैनात किया जाएगा। सूर्यकिरण ट्रेनर विमानों की करतब टीम के अलावा अडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर की सारंग टीम भी करतब दिखाएगी। वायुसेना की आकाश गंगा टीम भी इस दौरान गोताखोरी का प्रदर्शन करेगी, जिसमें नौसेना के मारकोस कमांडो भी हिस्सा लेंगे। नायक ने भरोसा दिलाया कि भारत किसी भी चुनौती के मुकाबले के लिए पूरी तरह तैयार है। वायुसेना तेजी से सामरिक अंतरिक्ष वैमानिकी ताकत के तौर पर उभर रही है। वायुशक्ति-2010 का आयोजन दक्षिणी-पश्चिमी वायुसैनिक कमान की देखरेख में हो रहा है। इस अभ्यास में तीनों सेनाओं के युद्ध कॉलेजों के रणनीतिकार भी मौजूद रहेंगे।
 
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