दुनिया हमें सफल देखना चाहती है

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि चीन की बढ़ती ताकत से दुनिया भले ही आशंकित हो, लेकिन वह भारत को तरक्की के रास्ते पर देखना चाहती है। अमेरिका और ब्राजील की यात्रा से लौटते हुए अपने विशेष विमान ‘एयर इंडिया वन’ में संवाददाताओं से संक्षिप्त चर्चा में उन्होंने यह बात कही। मनमोहन शनिवार को स्वदेश पहुंचे।


प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व बिरादरी का हमारे प्रति रुख नरम हुआ है। इसका हमें जल्दी फायदा उठाना होगा, क्योंकि यह रुख ज्यादा समय तक कायम नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि देश को अपनी ताकत बढ़ाने के लिए गरीबी और अल्प विकास जैसी घरेलू समस्याओं से जूझना पड़ेगा। मनमोहन ने कहा कि इन समस्याओं से निपटने के लिए हमें एकजुट होकर प्रयास करने होंगे। आठ दिवसीय विदेश यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने अमेरिका में परमाणु सुरक्षा सम्मेलन, इब्सा और ब्रिक सम्मेलनों में तकरीबन 50 देशों के नेताओं से चर्चा की है।

इनमें अमेरिका और चीन के राष्ट्रपति और रूस के प्रधानमंत्री भी शामिल हैं। मनमोहन ने दो-टूक शब्दों में कहा कि विकास के रास्ते पर आगे बढ़ते रहने के लिए हमें अपनी घरेलू समस्याएं पहले सुलझानी पड़ेंगी। विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर के आईपीएल से जुड़े विवाद को लेकर एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीति में उतार-चढ़ाव आते ही रहते हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा इस साल अगस्त या अक्टूबर में भारत आ सकते हैं। हालांकि, इस अहम यात्रा की तारीख अभी तय नहीं हुई है।
 
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