तिहाड़ जेल के 'रॉक स्टार'

$hokeen J@tt

Prime VIP
तिहाड़ जेल के 'रॉक स्टार'



तिहाड़ जेल।। तिहाड़ जेल में आने से पहले जिन कैदियों के हाथों में कभी तमंचे, चाकू और अन्य घातक हथियार हुआ करते थे, उनके हाथ अब गिटार, तबला और ड्रम पर थिरकेंगे। जिस तरह फाइव स्टार होटलों में रॉक बैंड होते हैं, ठीक उसी तरह तिहाड़ जेल के कैदियों का भी अपना 'बैंड' होगा। कैदियों को प्रफेशनल बनाने के लिए दिल्ली का एक मशहूर बैंड इन्हें ट्रेनिंग दे रहा है। कैदी इस बैंड के साथ मिलकर तिहाड़ जेल में 14 दिसंबर को एक कंसर्ट भी करने वाले हैं। जेल अधिकारी इसे अपने आप में अनूठी पहल बता रहे हैं।

तिहाड़ जेल के सूत्रों के मुताबिक, इस बैंड के लिए जेल नंबर-1, 3 और 7 के 10 कैदियों का चयन किया गया है। जेल नंबर-7 में 18 से 21 साल के विचाराधीन कैदियों को रखा गया है। कैदियों को बैंड की ट्रेनिंग दे रहे 'मैन हू पॉज' बैंड के एक मेंबर रणदीप सिंह ने बताया कि अब तक की योजना के मुताबिक हम लोग जेल नंबर-7 में 14 दिसंबर को कैदियों के बैंड के साथ यह कंसर्ट करने वाले हैं।

जेल सूत्रों का कहना है कि इसके लिए कैदियों को जेल नंबर-3 में इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है। बैंड के लिए चुने गए 10 कैदियों को गिटार, तबला, पियानो जैसा की-बोर्ड और ड्रम आदि बजाना सिखाया जा रहा है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि जेल नंबर-3 में पहले से ही एक म्यूजिक रूम है। वहां कैदी तरह-तरह के म्यूजिक उपकरण बजाते और सीखते भी हैं। लेकिन पहली बार जेल से बाहर का कोई बैंड कैदियों के साथ मिलकर जेल में इस तरह का कंसर्ट करेगा।

इस कंसर्ट में तिहाड़ के 10 कैदियों के साथ मैन हू पॉज बैंड के 5 मेंबर शामिल होंगे। सूत्रों का कहना है कि यह एक शानदार और यादगार परफॉर्मेंस होगी। कुछ कैदी म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स बहुत अच्छा बजाते हैं, बस इन्हें निखारने की जरूरत है। कंसर्ट में कुछ हिंदी के गाने होंगे तो कुछ इंग्लिश के गानों की भी परफॉर्मेंस की जाएगी। जेल में इसके लिए बड़ा सा आयोजन किया जाएगा।

इसका फायदा यह होगा कि जब यह कैदी जेल से रिहा होकर बाहर आएंगे तो इन्हें नौकरी पाने के लिए भटकना नहीं होगा। यह सारे कैदी मिलकर जेल के बैंड को ही आगे जारी रख पाएंगे। इस तरह से तिहाड़ जेल का अपना बैंड बन जाएगा। तिहाड़ जेल में जब कोई आयोजन होगा तो भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। इस कंसर्ट को लेकर कैदियों में बहुत उत्साह है।
 
Top