Punjab News जोश के साथ होश की जरूरत

भारत को स्पेन के खिलाफ जोश के साथ होश से खेलने की दरकार है। भारत को ऑस्ट्रेलिया के ह
ाथों मिली हार को जेहन से निकाल पूरी तरह एकाग्र होकर खेलना होगा। भारत की टीम ने पिछड़ने के बाद भी जीवट दिखाया और यही उसकी बड़ी ताकत साबित हो सकता है। भारत को स्पेन के खिलाफ गुरुवार को जीतना है तो उसे अपनी वही धार और रफ्तार दिखानी होगी, जो उसने पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में दिखाई थी। भारत और स्पेन के बीच अब तक वर्ल्ड कप में कुल चार बार भिड़ंत हुई है और इसमें दोनों ने दो-दो मैच जीते हैं।

उस्ताद ब्राजा की भी होगी परीक्षा

भारत के साथ उसके नए हॉकी उस्ताद होजे ब्राजा की भी स्पेन के खिलाफ परीक्षा होगी। ब्राजा स्पेन के हैं और वह स्पेन की रणनीति से जरूर वाकिफ होंगे। वह अपने भारतीय शागिर्दों को जरूर स्पेन से निपटने की जरूर बेहतर राह सुझा सकते हैं। भारत फिलहाल 3-3-3-1 के फॉर्मेशन से खेल रहा है और स्पेन भी इसी पद्धति से ज्यादा खेलता है। भारत ने इसके साथ अपनी हॉकी कलाकारी को भी शामिल किया और यह स्पेन के खिलाफ उसकी ताकत साबित हो सकती है।

सेमीफाइनल के लिए बराबर का मौका

पूल 'बी' में इंग्लैंड अकेली ऐसी टीम है, जिसने अब तक के अपने दोनों मैच जीते हैं। भारत, पाकिस्तान , ऑस्ट्रेलिया और स्पेन ने दो-दो मैच खेल कर केवल एक-एक मैच जीता है और ऐसे में इन चारों टीमों के लिए सेमीफाइनल में पहुंचने का बराबर का मौका है।

जूझने का है गजब का जज्बा

ब्राजा ने अपने भारतीय शागिर्दों में मैच में अंत हार न मानने का जज्बा भरा है। मैदान पर पिछड़ने के बावजूद मैच में लौटने की आखिर तक पुरजोर कोशिश करने के जो तेवर मौजूदा भारतीय हॉकी खिलाड़ी दिखा रहे हैं, वह उन्हें अपनी पूर्ववर्ती टीमों से जरूर कुछ अलग करता है।

अर्जुन, भरत और सरदार पर दारोमदार

भारत के लिए स्पेन के खिलाफ इस मैच में उसके दो सबसे अनुभवी मिडफील्डर अर्जुन हालप्पा और सरदार सिंह के साथ नौजवान भरत चिकारा का रोल खासा अहम रहेगा। भारत को स्पेन से पार पाना है कोशिश करनी होगी कि वह उसकी मध्यपंक्ति के खिलाड़ियों के लंबे पास देने से रोका जाए। इस लिहाज से अर्जुन, सरदार और भरत का रोल अहम रहेगा। इन तीनों को कोशिश यह करनी होगी की स्पेन के स्कीमर जेवियर रिबास और पाउ कुइमदा के पास गेंद कम से कम जाए। रिबास और कुइमादा अच्छे ड्रैग फ्लिकर भी हैं।

प्रभजोत और राजपाल को दिखानी होगी धार

प्रभजोत और कप्तान राजपाल सिंह को आक्रमण में धार और रफ्तार दिखानी होगी। निलंबन के कारण शिवेंद्र के स्पेन के खिलाफ उपलब्ध न होने पर बहुत ही सूझबूझ से खेलना होगा। दीपक अब रंग में नहीं नजर आ रहे और नौजवान गुरविंदर सिंह चंडी में अपने कौशल के बावजूद अनुभवी की कमी है। दीपक का होजे ब्राजा को बहुत सूझबूझ से इस्तेमाल करना होगा।

कसनी होगी पोल पर नकेल

स्पेन स्ट्राइकर पोल अमात पर निर्भर करता है। भारत की रक्षापंक्ति में खासतौर पर उसके बैक धनंजय महाडिक और संदीप सिंह को इनकी चौकसी कर नकेल कसनी होगी। इन दोनों को अनुभवी सरदार को पीछे आकर जरूर कुछ मदद करनी होगी। यदि भारत ने इनको रोक लिया तो फिर स्पेन के आक्रमण की धार खुद ब खुद कुंद हो जाएगी।

कौन संभालेगा 'गोल'

चीफ कोच होजे ब्राजा को यह तय करना होगा कि स्पेन के खिलाफ इस मैच में पाकिस्तान के खिलाफ जीत में अहम रोल अदा करने वाले गोलकीपर श्रीजेश को उतारें या फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच गोल खाने वाले एड्रियन डिसूजा को। ब्राजा का इशारा समझें तो इस मैच में वह बतौर गोलकीपर श्रीजेश को उतारने के मूड में ज्यादा नजर आते हैं।
 
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