घर पर दबिश दे पुलिस ने रंजीत को दबोचा

चंडीगढ़. बीते एक महीने से फरार चल रहे रंजीत बजाज को पंचकूला पुलिस ने बुधवार शाम चंडीगढ़ स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। रंजीत के खिलाफ पंचकूला के चंडीमंदिर थाने में हत्या के प्रयास का केस दर्ज है। यह केस बीते 30 जनवरी की रात पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस एमएमएस बेदी के बेटे गुरमोहन बेदी की शिकायत पर दर्ज किया गया था।


डेढ़ घंटे तक इंतजार करती रही पंचकूला पुलिस


बुधवार शाम करीब 6.30 बजे चंडीमंदिर थाने के एसएचओ जंगशेर सिंह ने एक प्राइवेट वाहन में कुछ अन्य पुलिसकर्मियों के साथ रंजीत बजाज के चंडीगढ़ सेक्टर-16 स्थित निवास पर दबिश दी। पुलिस को रंजीत को गिरफ्तार करने में मशक्कत भी करनी पड़ी। रंजीत ने खुद को बचाने का काफी प्रयास किया।


रंजीत बजाज को गिरफ्तार करने गई पंचकूला पुलिस डेढ़ घंटे तक उनके घर के बाहर इंतजार करती रही, लेकिन घरवालों ने पुलिस को अंदर घुसने नहीं दिया। इसके बाद पंचकूला पुलिस ने चंडीगढ़ पुलिस को सूचित किया। थाना-17 की पुलिस भी सेक्टर-16 स्थित रंजीत के घर के बाहर पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने तलाशी का दबाव बनाया।


पुलिस को अंदर तो जाने दिया गया, लेकिन रंजीत काफी देर तक नहीं मिले। बाद में पुलिस ने उन्हें छज्जे से दबोचा, जहां वह छिपे बैठे थे। इसके बाद रंजीत बजाज को मेडिकल के लिए जनरल अस्पताल सेक्टर-6 लाया गया। जंगशेर ने बताया कि रंजीत को वीरवार को अदालत में पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि चंडीगढ़ में दर्ज कई आपराधिक मामलों की वजह से रंजीत चर्चा में रहे हैं। रंजीत रिटायर्ड आईएएस दंपती बीआर बजाज और रुपन देओल बजाज के पुत्र हैं।


गुरमोहन के खिलाफ दी थी शिकायत


हाईकोर्ट के जस्टिस के बेटे गुरमोहन सिंह बेदी के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए रंजीत बजाज की कथित ‘दोस्त’ हिना सिंह और पाहुल आहलुवालिया ने भी अदालत का दरवाजा खटखटाया था। दोनों ने एसीजेएम राज गुप्ता की अदालत में बीते 23 फरवरी को याचिका दायर कर अदालत से आग्रह किया था कि वह पुलिस को गुरमोहन बेदी के खिलाफ उनकी शिकायत पर मामला दर्ज करने के आदेश दे। इस मामले पर 16 मार्च को सुनवाई होगी।


याचिका में हिना और पाहुल ने कहा है कि 30 जनवरी की रात होटल नॉर्थ पार्क के बाहर गुरमोहन सिंह बेदी ने उनके साथ र्दुव्*यवहार किया था। यह देखकर रंजीत बजाज ने उन्हें बचाया। हिना ने कहा कि उन्होंने इसकी शिकायत उसी रात सेक्टर-10 की पुलिस चौकी में दी थी, लेकिन चौकी इंचार्ज ने उन्हें अगले दिन आने को कहा। अगले दिन उन्होंने थाना चंडीमंदिर में गुरमोहन बेदी के खिलाफ शिकायत दी लेकिन पुलिस ने आज तक उस पर कोई मामला दर्ज नहीं किया।


मांगी थी अग्रिम जमानत


रंजीत ने 26 फरवरी को यहां अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायाधीश संजीव जिंदल की अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। अदालत ने इस पर सुनवाई के लिए 5 मार्च की तारीख तय की है। रंजीत ने वकील के माध्यम से दायर याचिका में कहा है कि गुरमोहन ने हिना और पाहुल को छेड़ने की कोशिश की थी। इसी दौरान गुरमोहन गिर गया।


रंजीत ने इससे इनकार किया था कि उन्होंने गुरमोहन पर जानलेवा हमला किया। रंजीत ने कहा कि वे उसी रात घटना की शिकायत करने सेक्टर-10 की पुलिस चौकी गए, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें गुमराह किया और कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने हिना और पाहुल की शिकायत पर अभी तक छानबीन तक नहीं की है। गुरमोहन की शिकायत पर उनपर और गनमैनों पर केस दर्ज कर लिया गया। रंजीत ने अदालत से उन्हें इस मामले में अग्रिम जमानत देने का आग्रह किया था।


30 जनवरी की रात..


30 जनवरी की रात होटल नॉर्थ पार्क में सेंट जोन्स ओल्ड ब्वायज एसोसिएशन (सजोबा) की पार्टी थी। पार्टी से बाहर निकलते समय रंजीत बजाज और गुरमोहन में कुछ कहासुनी हो गई। गुरमोहन ने पुलिस को दी शिकायत में कहा था कि रंजीत की कार उसके पैर पर चढ़ गई थी। जब उसने इस बात पर आपत्ति जताई तो रंजीत और उसके दो प्राइवेट गार्डे ने बुरी तरह पीटा। इतना ही नहीं रंजीत व उसके गार्डे ने उस पर पिस्तौल तान दी तथा उसे गंभीर नतीजा भुगतने की धमकी भी दी।


घटना के बाद जब मौके पर कुछ स्टूडेंट्स इकट्ठा होने लगे तो रंजीत बजाज कार में अपने गार्डे समेत फरार हो गया। गुरमोहन के सिर व मुंह पर चोटें आई थीं। चंडीमंदिर थाने के एसएचओ जंगशेर सिंह काफी समय से रंजीत बजाज की तलाश में थे। पुलिस की टीमें रंजीत की तलाश में मुंबई, दिल्ली, पंजाब सहित कई शहरों की खाक छान चुकी थी। रंजीत के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस और लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था।
 
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