स्टिंग ऑपरेशन के बाद पार्षदों में मचा हड़&#232

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स्टिंग ऑपरेशन के बाद पार्षदों में मचा हड़कंप



नई दिल्ली।। दिल्ली के आठ पार्षदों को एक चैनल द्वारा स्टिंग ऑपरेशन में दागी साबित करने के प्रयास ने राजधानी की राजनीति को गरमा दिया है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही घोषणा की है कि वे जांच कराएंगे और ऐसे पार्षदों का टिकट काट देंगे।

राजधानी में पिछले कुछ समय से अवैध निर्माण का सिलसिला जोरों पर है। अवैध निर्माण के दौरान तमाम नियमों-कानूनों को ताक पर रख दिया जाता है। एक चैनल ने इस काम में पार्षदों के लिप्त होने का भंडाफोड़ किया है। चैनल ने दावा किया कि ये नियम-कानून पार्षदों के कारण ही तोड़ने संभव हो रहे हैं। स्टिंग ऑपरेशन के दौरान बीजेपी और कांग्रेस दोनों के ही पार्षदों ने 2 से 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। इन पार्षदों में पुरुष भी हैं और महिलाएं भी। एक पार्षद के पति ने सौदेबाजी में हिस्सा लिया। इन पार्षदों में से कुछ ने एमसीडी के इंजीनियरों तथा अन्य अफसरों को भी रिश्वत पहुंचाने का दावा किया।

इन आरोपों के बाद हालांकि इन पार्षदों ने आरोपों को गलत बताया है लेकिन बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही स्टिंग ऑपरेशन से हैरान हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता स्वयं निगम पार्षद हैं और उनका कहना है कि इस तरह के ऑपरेशन से पार्टी को झटका लगा है। हालांकि उन्होंने कहा कि वह अभी यह नहीं मान सकते कि स्टिंग ऑपरेशन पूरी तरह सही है। इसलिए इन आरोपों की पहले जांच कराई जाएगी। अगर स्टिंग ऑपरेशन सही पाया गया तो पार्टी के इन पार्षदों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने माना कि इन पार्षदों को अगले एमसीडी चुनावों के दौरान टिकट देने का सवाल ही पैदा नहीं होता। उनके खिलाफ तुरंत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। अगर जरूरी हुआ तो पार्टी कानूनी कार्रवाई की सिफारिश भी करेगी।

कांग्रेस भी इन आरोपों से पल्ला नहीं झाड़ा। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता जितेंद्र कोछर ने कहा कि अभी हमने स्टिंग ऑपरेशन नहीं देखा लेकिन इसे देखने के बाद मामले की जांच कराई जाएगी। अगर जांच के बाद कोई भी पार्षद अवैध निर्माण के धंधे में लिप्त पाया गया तो उसे पार्टी से तुरंत निकाल दिया जाएगा। अगले चुनावों में उसका टिकट कटना भी तय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा करप्शन के खिलाफ रही है और इस तरह की गतिविधियां बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

वैसे , एमसीडी के बिल्डिंग विभाग के सूत्रों का कहना है कि पार्षदों पर पहले भी उंगलियां उठती रही हैं और इस धंधे में शामिल होना कोई नहीं बात नहीं है। चैनल ने सिर्फ 8 पार्षदों के मुख से ही पर्दा उठाया है जबकि सचाई यह है कि बहुत - से पार्षद स्टिंग ऑपरेशन में पकड़े जा सकते ह ैं।
 

Saini Sa'aB

K00l$@!n!
Re: स्टिंग ऑपरेशन के बाद पार्षदों में मचा हड़&

:hahaha
 
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