आईसीयू में हुई अनोखी शादी

उस रात अस्पताल में मरीज अपने दर्द को भूल चुके थे। उनके चेहरों पर वैसी ही चमक थी, जैसी किसी उत्सव में शामिल होने पर होती है। होनी



भी चाहिए थी, क्योंकि वे एक शादी में शरीक हो रहे थे। शादी भी अनोखी थी। दूल्हे मियां आईसीयू में बेड पर लेटे हुए थे। दुल्हन ने हाथ में जयमाला लिए प्रवेश किया। पंडित जी ने मंत्र पढ़ने शुरू किए। दुल्हन ने दूल्हे के गले में जयमाला डाली और आसपास मौजूद डॉक्टरों, अस्पताल के स्टाफ, अन्य मरीजों और उनके तीमारदारों ने जमकर तालियां बजाईं।

यह अनोखी शादी हुई मेरठ के विनोद अस्पताल में। दरअसल बुलंदशहर के अलीनगर निवासी ब्रह्म सिंह के बेटे राजकुमार उर्फ सोनू की शादी फिरोजाबाद के रहने वाले भीकम सिंह की बेटी रेनू से 16 फरवरी को होनी तय हुई थी। 10 फरवरी को सगाई होनी थी। सगाई वाले दिन राजकुमार एक सड़क हादसे मे गम्भीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया।
डॉ. विजीत बैम्बी का कहना है कि उस समय राजकुमार की हालत बहुत नाजुक थी। उन्हें दो दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया। 13 तारीख को उन्हें होश आया। 15 तारीख को उनके पांव के दो ऑपरेशन किए गए। डॉ. बैम्बी का कहना है कि इलाज के दौरान राजकुमार की मां से उन्हें पता चला कि उनकी शादी 16 फरवरी को होनी थी। रेनू भी राजकुमार को देखने अस्पताल आई थीं और उन्होंने नियत तारीख पर राजकुमार से शादी करने की इच्छा जताई।

डॉ बैम्बी ने रेनू के साहस को देखते हुए 16 फरवरी को शादी की इजाजत दे दी। लेकिन उन्होंन सारी रस्में राजकुमार के बेड पर करने को कहा। शादी के समय डॉ. बैम्बी व पूरा स्टाफ आईसीयू मे मौजूद रहा। आईसीयू के दो मरीजों को छोड़ कर बाकी को छुटटी दे दी गई थी। शादी के बाद सभी के लिए भोजन की व्यवस्था अस्पताल के छत पर की गई थी। रेनू व राजकुमार के जज्बे को देखते हुए भोजन व सजावट का पूर खर्च डॉ. बैम्बी और अस्पताल मैनेजमेंट ने उठाया।
 
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