अब बिजली भी प्रीपेड और पोस्टपेड कार्ड से

अब बिजली भी प्रीपेड और पोस्टपेड कार्ड से मिलेगी। इसका उपयोग बिल्कुल मोबाइल फोन के प्रीपेड और पोस्टपेड सिम कार्ड जैसा होगा। लोग इनके जरिए खर्च की गई और शेष रकम की जानकारी आसानी से हासिल कर सकेंगे।

चंडीगढ़ प्रशासन ने केंद्र सरकार के रिस्ट्रक्चरड एक्सिलरेटेड पावर डेवलपमेंट एंड रिफॉर्म्स प्रोग्राम के तहत इस प्रोजेक्ट को लागू करने पर तेजी से काम शुरू शुरू कर दिया है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत घरों में खास तरह के बिजली मीटर लगाए जाएंगे। इनमें प्रीपेड और पोस्टपेड कार्ड लगेंगे। अधिकारियों के मुताबिक प्रीपेड और पोस्टपेड कार्ड से बिजली देने के लिए कंपनियों से आवेदन मांगे जाएंगे। इन आवेदनों के आधार पर ही किसी एक कंपनी को ठेका दिया जाएगा।

बजट का रहेगा ख्याल

लोग प्रीपेड कार्ड से अपने बजट के मुताबिक बिजली खर्च कर सकेंगे। कर्मचारियों को भी इससे फायदा होगा। उन्हें घरों में जाकर मीटर रीडिंग नोट नहीं करनी पड़ेगी। इसके लिए बनाए गए सेंट्रल ऑफिस में बैठे कर्मचारी पोस्टपेड कार्ड के तहत खर्च की गई बिजली यूनिट का पता लगा सकेंगे। इसी आधार पर लोगों को बिजली बिल भेजे जाएंगे।

लोगों को हर माह मोबाइल फोन पर भी बिल की जानकारी मिलेगी। इस प्रोजेक्ट से विभिन्न घरों को सेंक्शन लोड और लोड से ज्यादा हो रहे इस्तेमाल की जानकारी भी आसानी से मिल सकेगी। प्रशासनिक अफसरों का मानना है कि प्रीपेड कार्ड ऐसे लोग ज्यादा प्रयोग करेंगे, जिनकी शिकायत बिल को लेकर ज्यादा होती है। साथ ही लोग बिजली की बर्बादी रोकने पर भी सजग रहेंगे।

बिल न भरने पर 24 घंटे में कटेगी बिजली

लोगों को नई प्रक्रिया में निर्धारित अवधि के अंदर अपना बिजली बिल जमा कराना होगा। एक दिन की देरी होने पर ऑटोमेटिकली बिजली का कनेक्शन कट जाएगा। कनेक्शन दोबारा चालू कराने के लिए कुछ फीस जमा करानी होगी।
 
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