आतंकी भुल्लर को फांसी पर नहीं लटका सकते तो &#2

1993 में आतंकवादी दविंदर सिंह पाल भुल्लर की ओर से किए गए बम धमाकों में बाल बाल बच गए तत्कालीन कांग्रेसी नेता एम एस बिट्टा ने आज कहा कि अगर आतंकवादी भुल्लर को फांसी पर नहीं लटका सकते तो उन्हें इच्छा मृत्यु दे दी जाए। वो आतंकवादियों को मौत की सजा देने की मांग कर थक चुके है और अब जलालत सी होती हैं। वह ऐसे हालात में जीना नहीं चाहते।
बिट्टा ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस हाईकमान पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि उन पर हाईकमान की ओर से भुल्लर की फांसी की सजा को माफ करने पर एतराज न जताने के लिए दबाव डाला जा रहा है। बिट्टा ने कहा कि वो राजनीतिक आतंकवाद से तंग आ चुके है।मेरे पार्टी के लोग मेरा साथ छोड़ आतंकी भुल्लर के साथ खड़े हो गए हैं। आतंकवादी हमले में जो लोग घायल हुए थे और जिन लोगों की जानें गईं थी उनके साथ कोई भी खड़ा नहीं हैं।
सिब्बल हुए थे आंत की की ओर से पेश:-
एंटी टेररिस्ट फंट के अध्यक्ष बिट्टा ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री कपिल सिब्बल आतंकी भुल्लर की ओर से अदालत में पेश होते रहे है। इसकी उन्होंने हाईकमान से भी शिकायत की थी। लेकिन हाईकमान ने उनकी शिकायत ये कहकर अनसुनी कर दी कि ये सिब्बल का प्रोफेशन है।
कौम के नाम का लालच भी दिया:- बिट्टा ने कहा कि पंजाब में इससे पहले जब कांग्रेस की सरकार थी खुफिया विभाग के मुखिया एडीजीपी एसएस विर्क ने उनसे भुल्लर के खिलाफ केस वापस लेने के लिए कहा था। विर्क ने कहा था कि वो केस वापस ले लें तो वह कौम के हीरो बन जाएंगे और कहीं से भी चुनाव लड़ ले जीत पक्की है। बिट्टा ने कहा कि आज भुल्लर की फांसी की सजा माफ करने की मांग की जा रही है कल अफजल गुरु के लिए माफी मांगी जाएगी और एक दिन कसाब की माफी के लिए भी अभियान छेड़ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये सब वोट की खातिर हो रहा हैं। भुल्लर की फांसी की सजा की मांग इसलिए हो रही है क्योंकि इससे सिख वोट खिसकने का खतरा हैं। इसी तरह अफजल का भी मामला है। वहां पर मुस्लिम वोट निशाने पर हैं।
गौरतलब हो कि भुल्लर की ओर से किए गए बम धमाके में बिट्टा घायल हो गए थे और कई निर्दोष लोगों की जानें गईं थी।आतंकी भुल्लर की दया याचिका रद्द हो जाने के बाद पंजाब में सियासत गर्म हो गई है। अकाली और कांग्रेस दोनों ने भुल्लर की सजा माफी पर सुर मिला लिए हैं।
 
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