रौंगटे खड़े करने वाली थी काली रात, कांप उठी &#

नई दिल्ली बाबा रामदेव ने हरिद्वार में आज यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी पर सीधा निशाना साधा और कहा कि पूरी कार्रवाई उन्हीं के निर्देश पर हुई है। उन्होंने कहा कि आज का दिन वे काला दिवस के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान पर शुरु हुआ, उनका अनशन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह मेरे एनकाउंटर की साजिश थी। वे आज दिल्ली से विशेष विमान से देहरादून पहुंचे और वहां से वे हरिद्वार स्थित अपने पतंजलि आश्रम पहुंचे। वे पूरी तरह सफेद कपड़ों में हैं।

बाबा आज दोपहर हरिद्वार स्थित पतंजलि आश्रम पहुंचे। उन्होंने वहां जमा पत्रकारों से संक्षिप्त चर्चा में कहा कि इस घटना से साफ हो गया है कि सोनिया गांधी को इस देश और देश वासियों से प्यार ही नहीं है।

बाद में रामदेव ने हरिद्वार में अपनी पत्रकार वार्ता में कहा कि उस काली रात की याद रौंगटे खड़े करने वाली है। -उन्होंने कहा कि अब तक मैंने लोगों पर हुए पुलिसिया अत्याचार को सिर्फ सुना था। लेकिन जो रामलीला मैदान में लोगों पर पुलिस का अत्याचार हुआ उसने बर्बरता की सारी हदें पार कर दी। और जिस तरह से मैंने वहां पर दृश्य देखा और मैंने बार-बार पुलिस को मना किया कि आप मां, बहन बेटियों के साथ इस तरह क्यों व्यवहार कर रहे हैं। महिला पुलिस पांच-दस की संख्या में होगी और सशस्त्र पुलिस करीब पांच से दस हजार के बीच। मेरी आंखों के सामने जो उन्होंने जुल्म किए छोटे-छोटे बच्चों पर क्योंकि इस अनशन में परिवार बच्चों को लेकर भी आए हुए थे। पुलिस ने उन बच्चों को भी नहीं बख्शा। बच्चों को घसीट-घसीट कर मारा। मां-बहनों को घसीट-घसीट कर मारा। मेरी आत्मा कांप उठी है।

पहले तो मैं जो षडयंत्र रचे जा रहे थे उनके बारे में ध्यान आकर्षण करना चाहता हूं। पहले हमसे कहा गया कि आप जो चाहते हैं हम वो कर देंगे। हम काले धन को राष्ट्रीय संपत्ति भी घोषित कर देंगे और उसके लिए बिल भी ले आएंगे। हम काले धन का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच करेंगे।

सरकार हम पर दवाब डाल रही थी कि हम अनशन खत्म कर दे और वो हमारी मांगे मान लेंगे। तीन तारीख को हमसे मुलाकात भी कि और कहा कि सरकार के चार मंत्रियों ने एयरपोर्ट जाकर काफी आलोचना करवा दी है। हमें होटल में बुलाया जाता है। आयार्य जी पर दवाब डाला जाता है। करीब पांच घंटे तक बैठक चली और अंत में हमे कहा गया कि या तो समझौता देने के लिए तैयार रहो और या फिर सरकार का कोप झेलने के लिए।

कपिल सिब्बल जैसे व्यक्ति ने इतने शातिर दिमाग से और कूटनीतिक चालों से हमारे सामने दो प्रश्न रखे। उसकी योजना तो मुझे गिरफ्तार करके या तो मेरा एनकाउंटर करवाने या गायब करवाने की थी।

सारा मीडिया इस बात को जानता है कि जैसे चार तारीख की रात को भारी पुलिस आई थी उसी तरह तीन तारीख को भी होटल के बाहर भारी पुलिस थी। सरकार तो सभी लोगों की जान लेने पर तुली थी।

स्वामी जी ने कहा कि मैं महिला के कपड़े पहनकर बैठा हूं। सरकार की पूरी योजना थी कि या तो रामदेव को इस दमन के दौरान मरवा दिया जाए या फिर उसे गायब करवा दिया जाए। मैंने महिला के वस्त्र पहनकर व हां से निकलने की कोशिश की। मैं दो घंटे तक एक दीवार के साथ हम लोगं चिपक गए। मैं करीब दो घंटे वहां पर बैठा रहा। जब आंसू गैस के गोलो का प्रभाव थोड़ा कम हुआ तो मैं मां-बहनों के बीच में छुपा हुआ था। वो भी वहां छुपी हुई थी। जब मैंने सारी स्थिति को भांप लिया, मुझे मरने से डर नहीं लगता और मैंन बार-बार कहा है कि मैं मरने से डरता तो यह आंदोलन नहीं करता।

कायरता से मरना बहादुरी नहीं है। मैं वेश बदलकर भागा नहीं।

केंद्र सरकार एक रिमोट से संचालित हो रही है। पहले यह लगता था कि वो देश मे पैदा नहीं हुईं फिर भी देश की बहू हैं। लेकिन कल रात उनके आदेश पर जो हुआ उससे यह साफ हो गया कि सोनिया गांधी को देश के नागरिकों से प्यार नहीं है। राष्ट्रभक्त सन्यासियों को हत्यारा और आतंकी कहा जा रहा है।
मैं दो घंटे के बाद उन्हीं बहनों के साथ बाहर निकल रहा था और मैं रामलीला मैदान से बाहर भी निकल चुका था। एक बहन गंभीर रूप से घायल थी हम उन्हें पैदल ही लेकर चल रहे थे। रामलीला मैदान के बाहर बहुत पुलिस बैठी थी। जब हमारे भाईयों ने कहा कि हमारे नजदीक कोई पुलिसकर्मी नहीं आएगा तब पुलिस को वहां मेरे होने का अहसास हुआ।

पुलिस ने मेरे साथ दुर्व्यवाहर किया। मेरे गले में दुपट्टा था और उन्होंने उससे मेरे गले में फंदा लगा दिया। मैंने कहा कि मैं अपराधी नहीं हूं। क्या अन्याय के खिलाफ आवाज उठाकर मैं अपराधी हो गया।
बाबा के दिल्ली घुसने पर पाबंदी
इसके पहले बाबा रामदेव, अनशन जबरन समाप्त कराए जाने के बाद से रातभर पुलिस की हिरासत में रहे और उन्हें सुबह विशेष विमान से देहरादून भेजा गया। देहरादून से वे सड़क मार्ग से पतंजलि आश्रम पहुंच गए हैं।

पुलिस ने उनके दिल्ली में अगले आदेश तक घुसने पर भी पाबंदी लगा दी है। जानकारी के अनुसार कम से कम १५ दिन वे दिल्ली की सीमा में नहीं घुस पाएंगे।

बाबा रामदेव को देर रात दिल्ली पुलिस ने पकड़ा था। सुबह पुलिस ने उनके खास सहयोगी आचार्य बालकृष्ण को रिहा कर दिया।

इसी बीच पुलिस ने कहा है कि बाबा को दी गई योग शिविर की इजाजत रद्द कर दी गई है। पुलिस ने रामलीला मैदान को अपने कब्जे में ले लिया है और धारा १४४ लागू कर दी है। बाबा के कई समर्थक, दिल्ली के कुछ अस्पतालों में भर्ती कराए गए हैं।

पकड़े जाने से पहले सरकार की आलोचना करते हुए बाबा ने कहा कि यह आजाद भारत का सबसे बड़ा जुल्म है। बाबा रामदेव के एक करीबी शिष्*य का कहना है कि इस समय हमारी सबसे बड़ी चिंता बाबा की सुरक्षा की है और इस बारे में पुलिस कुछ नहीं बता रही है।

रामदेव बाबा ने शनिवार सुबह भ्रष्*टाचार और काले धन के खिलाफ अनशन शुरू किया था। आधी रात के बाद पुलिस रामलीला ग्राउंड के पंडाल में पहुंची और बाबा को उठा कर ले गई। इससे पहले पंडाल में जबरदस्*त हंगामा हुआ। पंडाल में हजारों लोगों की मौजूदगी के बावजूद आंसू गैस के गोले छोड़े गए, लाठियां चलाई गईं। महिलाओं से धक्*कामुक्*की की गई।

करीब पांच हजार पुलिसकर्मियों ने शनिवार-रविवार की दरमियानी रात करीब डेढ़ बजे पूरे रामलीला ग्राउंड को घेर लिया था। पुलिस ने पंडाल उखाड़ दिए और मंच पर रखे माइक व अन्य सामान तोड़ने की कोशिश की। बाबा मंच से गिर गए। महिलाओं सहित भारी संख्या में उनके समर्थक सुरक्षा ढाल बनकर खड़े हो गए। पर पुलिस ने सभी को जबरन काबू किया और देर रात 2.30 बजे बाबा को ले गई। प्रशासन ने पंडाल में योग शिविर आयोजित करने की दी गई इजाजत भी रद कर दी।

दिल्*ली में डटे बाबा के हजारों समर्थक दिल्*ली छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। आशंका है कि वे जंतर मंतर पर जुट कर पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इस आशंका के मद्देनजर जंतर मंतर इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। हरिद्वार, रुड़की सहित उत्*तराखंड के कुछ जगहों पर भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है। रामलीला ग्राउंड को खाली करा कर पुलिस ने अपने कब्*जे में ले लिया है। इस इलाके के आसपास धारा 144 लगा दी गई है।
 
Top