एटीएम कार्ड जैसा होगा ई-पासपोर्ट

अब आपको पासपोर्ट की मोटी बुक संभालने और बाहर जाने से पहले कागजी कार्रवाई से जल्द छुटकारा मिलने वाला है। इसके लिए एटीएम या आरसी की शक्ल में ई-पासपोर्ट बनाने की कवायद शुरू हो गई है। विदेश मंत्रालय ने इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। संभवत: इस साल केअंत तक ई- पासपोर्ट बनने शुरू हो जाएंगे। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार प्रयोग के तौर पर कुछ डिप्लोमेट को इस तरह के इर्- पासपोर्ट बनाकर दिए गए हैं।


चिप में होगा डाटा:
ई-पासपोर्ट में एक चिप लगी होगी। इसमें पासपोर्ट धारक का संपूर्ण डाटा सुरक्षित होगा। पासपोर्ट धारक को कहीं भी बाहर जाने से पहले पासपोर्ट ऑफिस और एयरपोर्ट पर रखी स्वेप मशीन में सिर्फ स्वेप करना होगा। इसके बाद वह जहां भी चाहे ट्रेवल कर सकेगा। उसका डाटा स्वत: कंप्यूटर में आ जाएगा। इसके लिए पासपोर्ट आवेदक के बायोमीट्रिक हस्ताक्षर और फोटोग्राफ लिए जाएंगे। सूत्रों का कहना है कि ई पासपोर्ट और चिप आदि के लिए सॉफ्टवेयर आदि तैयार करने के काम आउट सोर्सिग से होगा। इसके लिए विदेश मंत्रालय ने टेंडर देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।


प्रमुख जिलों में पासपोर्ट सेवा केंद्र:
विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विस को काम सौंपा है। इस कंपनी के जरिए डेढ़ से दो माह में बनने वाले पासपोर्ट अब तीन दिन में बनेंगे। इसके लिए देशभर में प्रमुख जिला मुख्यालयों में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले जा रहे हैं। चंडीगढ़ में भी इंडस्ट्रियल एरिया फेज 2 टीसीएस का कार्यालय तैयार हो चुका है। संभवत: इस माह के भीतर यहां पासपोर्ट बनने शुरू हो जाएंगे। रीजनल पासपोर्ट ऑफिसर वितुल कुमार ने बताया कि विदेश मंत्रालय ई पासपोर्ट प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रहा है।
 
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