Punjab News पुलिस के लिए ‘ओम् शांति ओम्’

लुधियाना. बठिंडा में एक और पुलिस कर्मी की ओर से खुद को गोली मार लेने की घटना ने अफसरों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरी कर दी हैं। पुलिस कर्मियों में बढ़ते तनाव को कम करने के लिए अफसरों ने प्रयास शुरू कर दिए हैं।

लुधियाना पुलिस ने बाकायदा अपने मुलाजिमों के लिए तनाव नियंत्रण, मेडीटेशन व योगा क्लासें लगाने की योजना तैयार कर ली है। इसके अलावा पुलिस कर्मियों को बातचीत की कला में भी पारंगत करने के लिए अफसर प्रयास कर रहे हैं। यह भी बता दें कि कुछ दिन पहले लुधियाना में एसपी सिटी—2 के गनमैन की राइफल से चली गोली से उसकी मौत हो गई थी।


पहले चरण में पुलिस कर्मियों के व्यवहार में सुधार के लिए पंजाब कालेज आफ टेक्नीकल एजूकेशन (पीसीटीई) में कम्युनिकेशन स्किल की क्लास लग चुकी है। क्लास लगाने वाले मुलाजिमों को इस क्लास से काफी लाभ भी पहुंचा है। पुलिस कमिश्नर ईश्वर सिंह के अनुसार अगले चरण में उनकी पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (पीएयू) से बातचीत चल रही है।


पीएयू के कम्युनिकेशन विभाग में वह पुलिस कर्मियों के लिए मास कम्युनिकेशन की क्लास का आयोजन करेंगे। रूटीन काम से निकल कर विशेष क्लासें लगाना भी तनाव का कम करता है। अत्यधिक डच्यूटी व दबाव का पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य व मानसिक सेहत पर प्रभाव हो रहा है। वर्ष 2008 में लुधियाना के पुलिस के कर्मियों के लिए विशेष कैंप का आयोजन किया गया था। करीब 2324 पुलिस कर्मियों के टेस्ट किए गए थे। हैरानीजनक बात यह है कि करीब 1600 पुलिस कर्मियों को हाइपरटेंशन की शिकायत थी। करीब 1700 मुलाजिमों का लीवर टेस्ट में सही काम करता नहीं पाया गया था।


पुलिस कर्मी खुद मानते हैं कि स्टाफ कम होने के कारण उन्हें ज्यादा काम करना पड़ता है। उन पर काफी दबाव रहता है। इसका सीधा प्रभाव उनकी सेहत पर पड़ रहा है। यह भी बता दें कि लुधियाना पुलिस ने मुलाजिमों के लिए योगा व मेडिटेशन क्लासें शुरू की थीं। यह प्रयास ज्यादा देर तक कायम नहीं रहा। लुधियाना पुलिस ने विशेषत: ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट सेमीनार का भी आयोजन किया था।
 
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