जिन्न-(बोतल से बाहर निकलते ही) हा हा हा हा । । । । । क़्या हुक़्म है मेरे आक़ा ? मालिक़- कुछ ऐसा क़रो कि बीबिंया पतिंयों क़ा कहना माननें लग़ें । जिन्न बापस बोतल में घुसक़र चीखता है - - "चचा जान,,,, जरा बोतल क़ा ढक्कन टाइट करके लग़ा दियो "