Mandeep Kaur Guraya
MAIN JATTI PUNJAB DI ..
पार्क में बैठ कर तीन बुजुर्ग अपने-अपने बेटों की तारीफ कर रहे थे।
पहला बुजुर्ग : मेरा बेटा बड़ा ही मेहनती है। उसने अपने कैरीयर की शुरुआत एक कार कम्पनी में कार धोने से की थी। किस्मत देखो अब वह उसी कम्पनी का मालिक है और हाल ही में उसने अपने एक दोस्त को चार कारें उपहार में दे दी।
दूसरा बुजुर्ग : अजी मेरा बेटा तो और भी मेहनती है। उसने एक शेयर ब्रोकर कम्पनी में खाना परोसने के काम से कैरीयर की शुरुआत की और किस्मत देखो, अब उसी कम्पनी का मालिक है और अभी हाल ही में उसने अपने एक दोस्त को एक करोड़ के शेयर उपहार में दिए हैं।
तीसरा बुजुर्ग : बड़ी देर सुनने के बाद बोला, “अरे मेरा बेटा तो बिल्कुल मेहनती नहीं है। उसने अपनी जिन्दगी के बेहतरीन साल अपने दोस्तों के साथ गुजार दिए और अब किस्मत देखो, अभी हाल ही में उसके एक दोस्त ने उसे चार कारें उपहार में दे दी और एक दोस्त ने एक करोड़ के शेयर उपहार में दे दिए।
पहला बुजुर्ग : मेरा बेटा बड़ा ही मेहनती है। उसने अपने कैरीयर की शुरुआत एक कार कम्पनी में कार धोने से की थी। किस्मत देखो अब वह उसी कम्पनी का मालिक है और हाल ही में उसने अपने एक दोस्त को चार कारें उपहार में दे दी।
दूसरा बुजुर्ग : अजी मेरा बेटा तो और भी मेहनती है। उसने एक शेयर ब्रोकर कम्पनी में खाना परोसने के काम से कैरीयर की शुरुआत की और किस्मत देखो, अब उसी कम्पनी का मालिक है और अभी हाल ही में उसने अपने एक दोस्त को एक करोड़ के शेयर उपहार में दिए हैं।
तीसरा बुजुर्ग : बड़ी देर सुनने के बाद बोला, “अरे मेरा बेटा तो बिल्कुल मेहनती नहीं है। उसने अपनी जिन्दगी के बेहतरीन साल अपने दोस्तों के साथ गुजार दिए और अब किस्मत देखो, अभी हाल ही में उसके एक दोस्त ने उसे चार कारें उपहार में दे दी और एक दोस्त ने एक करोड़ के शेयर उपहार में दे दिए।