तेरी रुसवाइयों के डर से हम खामोश है वरना, लिखने पे जो हम आये तो क़लम से सर क़लम कर दें...
M Malkit01Singh Elite Jan 4, 2016 #1 तेरी रुसवाइयों के डर से हम खामोश है वरना, लिखने पे जो हम आये तो क़लम से सर क़लम कर दें...