यहाँ हजारों शायर है जो तख़्त बदलने निकले है, कुछ मेरे जैसे पागल है जो वक़्त बदलने निकले है, .
KARAN Prime VIP Mar 28, 2014 #1 यहाँ हजारों शायर है जो तख़्त बदलने निकले है, कुछ मेरे जैसे पागल है जो वक़्त बदलने निकले है, .