ना हवस उसकी जिस्म का, ना शौक़ उसकी लज़्ज़त का बिन मतलबी सी बन्दा हूँ, उसकी सादगी पे मरता हूँ ....
dilbardeewana VIP May 28, 2015 #1 ना हवस उसकी जिस्म का, ना शौक़ उसकी लज़्ज़त का बिन मतलबी सी बन्दा हूँ, उसकी सादगी पे मरता हूँ ....