बिजनेस नहीं करना चाहता: अक्षय कुमार

अक्षय कुमार ने अपने प्रॉडक्शन हाउस हरिओम प्रॉडक्शन के जरिए फिल्म प्रॉडक्शन के फील्ड में एंट्री की है। लेकिन कोई भी काम करने से पहले अ



क्की अपनी इमेज बरकरार रखना चाहते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने हमसे काफी कुछ शेयर किया।

नहीं, वह अपनी अगली किसी फिल्म के सेट या प्रमोशन के लिए नहीं, बल्कि इस बार अक्षय कुमार अपने लिए सामने आए हैं। इस बार वह न सिर्फ एक एक्टर और एंटरटेनर के रूप में, बल्कि साथ ही एक बिजनेसमैन, फिल्म मेकर, ब्रैंड एंबेसेडर और मॉडल के रूप में भी सामने हैं। इस नए अवतार में वह एक ऐसे फेस के रूप में सामने आए हैं, जो अपने एक्शन, स्टाइल, एंटरटेनमेंट और जबर्दस्त ओरिजिनल कमर्शल अपील के दम पर बॉलिवुड, टीवी और ब्रैंड्स के लिए लाखों सपने बेचता है। स्क्रीन पर एक्शन और कॉमेडी के सहारे अपने चाहनेवालों को गुदगुदाने वाले अक्षय हरिओम प्रॉडक्शन से बॉलिवुड प्रड्यूसर भी बन गए हैं, जो वक्त, नमस्ते लंदन, सिंह इज किंग और दे दनादन जैसी हिट फिल्में दे चुके हैं।

दरअसल, उनके पापा का सपना था कि वह उनके साथ मिलकर अपना प्रॉडक्शन हाउस शुरू करें, लेकिन अक्की पापा के जिंदा रहते इस सपने को पूरा नहीं कर सके। अब हरिओम प्रॉडक्शन फिल्मों का बिजनेस करेगा, लेकिन अक्षय के लिए यह कदम पैसा और नाम कमाने की बजाय सिनेमा के लिए उनका प्यार का प्रतीक है। उन्हें फिल्म मेकिंग से काफी-कुछ एक्सपीरियंस सीखने को मिले हैं, जिन्हें वह अपने आने वाले तीनों प्रोजेक्ट्स 'खट्टा-मीठा', 'तीस मार खां' और 'पटियाला हाउस' में इस्तेमाल करेंगे। अपने अनुभवों से अक्षय ने दर्शकों के दिलों में बसने की सबसे महत्वपूर्ण सीख यह सीखी है कि उन्हें हंसाया जाए। अक्षय कहते हैं, 'अपनी जिंदगी में इंसान बिजनेस के लिए सब कुछ करता है, लेकिन मैं किसी प्रॉडक्ट का ऐड करते वक्त अपनी इमेज को भी बनाए रखूंगा।' पेश हैं, करियर और उनके आगामी प्लांस से जुड़ी एक मुलाकात :

हरिओम प्रॉडक्शन से आप भी बिजनेसमैन बन गए हैं। क्या आप मानते हैं कि एक्टर्स अच्छे प्रड्यूसर बनते हैं?
एक मनोरंजक फिल्म बनाने के लिए कर्मशल सिनेमा का बिजनेसमैन होना जरूरी है, जो कि मैं हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे प्रड्यूसर और डिस्ट्रीब्यूटर बढ़िया पैसा कमाएं। मैं बिजनेस में हाथ नहीं आजमाना चाहता, क्योंकि मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। मेरे लिए बिजनेस करना भी कुछ उसी तरह की चीज है, जैसे शेयर मार्केट में ट्रेडिंग या आईपीएल की क्रिकेट टीम खरीदना। मुझे लगता है, ऐक्टर्स अच्छे प्रड्यूसर बनते हैं, क्योंकि जब आप अपना पैसा खर्च करते हैं, तो आप बेहतर फिल्म बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रखते। यह हॉलिवुड का फार्म्यूला है। वेस्ट के ऐक्टर उन्हीं फिल्मों में पैसा लगाते हैं, जिनमें वे काम करते हैं। जाहिर है कि जब आप कंट्रोल में रहते हैं, तो फिल्म बिना किसी परेशानी के पूरी हो जाती है। इसके अलावा, इसमें आपको कोई पैसा नहीं मिलता। आपकी फिल्म जो कमाएंगी, आपको वही मिलेगा और वही आपकी कीमत भी है।

एंडोर्समेंट के मामले में आपको एक हॉट प्रॉपर्टी क्यों माना जाता है?
शायद इसलिए, क्योंकि मैं एंडोर्समेंट को एक अलग लेवल तक ले जाता हूं। मैं कभी भी कैमरे के आगे सिर्फ खड़ा होकर ऐसा नहीं कहता, 'इसे खरीद लीजिए, इसका टेस्ट बहुत अच्छा है।' दरअसल, क्लाइंट मेरा डेडिकेशन देखकर मुझे अपना बैंड एंबेसेडर बनाते हैं। हालांकि मैं डिमांड में तब तक ही हूं, जब तक मेरी फिल्में हैं। अगर कोई स्टार हर शुक्रवार बॉक्स ऑफिस पर नजर नहीं आता, तो समझ लीजिए कि उसकी फिल्मी लाइफ ज्यादा नहीं है। ऐसा क्रिकेटर्स, मॉडल्स और दूसरे फेमस पर्सनैलिटीज के साथ भी होता है। अगर आपने अपनी जॉब से मुंह मोड़ लिया, तो आपको एंडोर्समेंट मिलने भी बंद हो जाएंगे।

क्या ब्रैंड एंडोर्समेंट करना फिल्मों के मुकाबले ज्यादा आसान, तेज और लाइव नहीं है?
कुछ हद तक यह बात सच है। हालांकि मेरा यह भी मानना है कि अगर यह मेरी फिल्मों के ठीक नहीं है, तो मैं ऐसा ब्रैंड एंबेसेडर नहीं बनूंगा।

आप अपनी फिल्मों में ब्रैंड्स को इंट्रोड्यूस करते हैं। क्या इससे दोनों पार्टियों को फायदा होता है?
बिल्कुल और क्यों नहीं? हरेक को किसी न किसी सहारे की जरूरत होती है। प्रॉडक्ट्स को ऐडवरटाइजिंग की जरूरत होती और मेरी फिल्मों को भी प्रमोशन की जरूरत होती है। मेरे दोस्त शाहरुख खान इस काम के मास्टर हैं। इंडस्ट्री में उनके पास सबसे अच्छा बिजनेस माइंड है। वह लोगों से हाथ मिलाते हैं और सबको फायदा कराते हैं। बिजनेस इसी तरह किया जाता है।

ब्रैंड एंडोर्समेंट साइन करने से पहले आप क्या देखते हैं?
मैं कोई सेल्समैन नहीं हूं। मैं एक विश्वसनीय ऐक्टर हूं। मेरा काम मेरी इमेज बनाता है और मेरी यही इमेज ब्रैंड्स को बेचने का काम करती है। मैं ऐसी चीजों के ऐड करना पसंद करता हूं, जिनपर मैं खुद विश्वास करता हूं। अगर मुझे लगता है कि वह प्रॉडक्ट या कैंपेन लोगों के लिए किसी तरह से भी नेगेटिव हो सकता है, तो मैं उसे करने इनकार कर देता हूं। जैसे मैंने कभी तंबाकू का ऐड नहीं किया। मैं कभी किसी ऐसी चीज का ऐड नहीं कर सकता, जिसके बारे में मुझे पता है कि उससे लोग मर सकते हैं। मेरे लिए तमाम प्रॉडक्ट्स को एंडोर्स करना बेहद आसान है, लेकिन खुद को बेचने का इतना भी लालायित नहीं हूं। अगर मैं हर 5 सेकंड में अलग-अलग ब्रैंड्स के साथ टीवी पर आने लगूंगा, तो लोग मुझसे पक जाएंगे और मेरे चेहरे वाले कमर्शल में कुछ भी स्पेशल नहीं रहेगा। मेरे फैंस को मेरी बात पर पूरा भरोसा है। उन्हें नहीं लगता कि मैंने ऐड सिर्फ अपने फायदे के लिए किया है। इसके अलावा, मैं काफी लॉयल हूं। अगर मैंने कोई ऐड साइन किया है, तो मैं उसके अलावा, दूसरा प्रॉडक्ट इस्तेमाल नहीं करता।

आखिर अपने ब्रैंड्स को लेकर इतने लॉयल होने की वजह?
क्योंकि इससे मेरी इमेज और ब्रैंड वेल्यू जो जुड़ी हुई है। ब्रैंड 501 मुझे साइन करने के बाद काफी फेमस हो गई हैं। मैं उन्हें लगभग रोज पहनता हूं। मेरे सोने के दौरान ही मेरा स्टाफ उन्हें धोता है। मैं एक बेहद लॉयल एंबेसेडर हूं। आप कभी भी मुझको थम्सअप के अलावा और कोई कोला ड्रिंक नहीं पीते देखेंगे। मेरे क्लाइंट्स को मुझ पर पूरा विश्वास है। उनके सम्मान की वजह से ही मैं गर्व से अपना काम कर पाता हूं।

फिलहाल आप कौन से नए बैंड्स के एंडोर्समेंट कर रहे हैं?
हाल ही में मैंने थम्स अप के लिए एक नया कमर्शल शूट किया है। इसके अलावा, डॉलर वेस्ट साइन किया है, जिसके तहत मैंने उनके लिए बैंकॉक में एक अविश्वसनीय कमर्शल (हर आदमी को एक बनियान की जरूरत है!) शूट किया है। साथ ही, मैंने एलजी के साथ ही हाथ मिलाया है। उनके साथ मैं जो कर रहा हूं सामने आने में अभी थेड़ा वक्त लगेगा। इसके अलावा, मैं माइक्रोमैक्स फोंस के लिए काम कर रहा हूं। जब मैंने इस फोन के बारे में सुना तो यह मुझे औरों से अलग लगा। मुझे लगता है कि यह जल्दी ही आम लोगों को ड्रीम फोन बन जाएगा।

क्या टीवी भी ब्रैंड एंडोर्समेंट का ही एक तरीका है? आपके रियलिटी शो खतरों का खिलाड़ी ने सिर्फ कलर्स को लॉन्च किया, बल्कि आज इसे नंबर वन चैनल भी बना दिया। क्या हरिओम प्रॉडक्शन टीवी पर भी कुछ करेगा?
मैंने उस शो को इसलिए किया, क्योंकि उसमें फियर फैक्टर जैसे एक्शन की संभावना नजर आई। मैं कभी भी क्विज शो नहीं कर सकता। मुझे चैनलों से मोटी रकम के बदले तमाम शोज करने के फोन आते रहते हैं। लेकिन मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगा, जो मेरी पर्सनैलिटी को सूट नहीं करता या जिसे करते हुए मैं बेवकूफ नजर आऊं। फिलहाल हरिओम प्रॉडक्शन कोई टेलिविजन शो नहीं करेगा। लेकिन कल का कुछ कह नहीं सकता। आज से चार, पांच साल पहले मैं फिल्म प्रड्यूसर नहीं बनना चाहता था। दस साल पहले मैं टीवी ऐड नहीं करना चाहता था। लेकिन आज मुझे देखिए। आखिर कर रहा हूं न ये सब।
 
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