चीनी नहीं, तो क्या गुड़ खा सकते हैं डायबिटीज़ &#

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डायबिटीज़ के मरीज अक्सर ऐसा सोचते हैं कि अगर वे चीनी की जगह किसी और मीठी चीज का इस्तेमाल करें तो इससे उनका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा। लेकिन यह सच नही है। मुंबई स्थित श्रेया डायबिटीज सेंटर के डायबेटोलोजिस्ट डॉ प्रदीप गडगे बताते हैं कि, ‘डायबिटीज़ के मरीजों के लिये चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करना सही नहीं होता है। याद रखें कि इन दोनों पदार्थों के बनने का स्रोत एक ही है। यह सिर्फ एक मिथक है कि गुड़ में चीनी की तुलना में ज्यादा पोषक तत्व पाये जाने के कारण यह डायबिटीज़ के मरीजों के लिये फायदेमंद है। वास्तव में गुड़ के अधिक इस्तेमाल से वह भी आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देती है।’

गुड़ क्यों नुकसानदायक है ?

चीनी और गुड़ दोनों ही गन्ने से ही बनते हैं। जहाँ क्रिस्टलीकरण के दौरान चीनी में से सारे पोषक तत्व निकल जाते हैं वहीं गुड़ में मैग्नीशियम,कैल्शियम,फॉस्फोरस,पोटैशियम,आयरन और जिंक, ये सारे पोषक तत्व मौजूद रहते हैं। पोषक तत्वों के मामलों में गुड़, चीनी से बहुत अच्छी होती है लेकिन इसमें पर्याप्त मात्रा में शुगर भी होता है। चीनी और गुड़ दोनों का ही ग्लायसेमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा होता है, जिसका मतलब है कि जब ये विघटित होंगे तब शरीर, शुगर को बहुत तेजी से अवशोषित करेगी और फलस्वरूप शुगर लेवल बढ़ जायेगा। वहीं गुड़ में सुक्रोज होता है जो कि एक काम्प्लेक्स शुगर है इसलिए इसके विघटन में थोड़ा ज्यादा समय लगता है लेकिन इससे भी कुछ घंटो बाद आपका शुगर लेवल बढ़ जाता है।

क्या गुड़ को कभी-कभी खा सकते हैं ?

गुड़ के साथ भी आपको वही सावधानियां बरतनी चाहिये जो आप चीनी या अन्य मिठाइयों के साथ करते हैं। अगर आपका ब्लड शुगर लेवल बहुत ज्यादा है तो आपको गुड़ या इससे बनी हुई कोई डिश भी बिलकुल नही खानी चाहिये। हालांकि अगर आप अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित रखते हैं तो कभी-कभी थोड़ी मात्रा में गुड़ खाने से कोई नुकसान नहीं होगा। अगर आप गुड़ खाने के लालच से खुद को रोक नही पा रहे हैं तो कोशिश करिये की इसे खाने के बाद आप 15 मिनट तक तेज गति से चलें जिससे आपकी कैलोरी बर्न हो जाये और शरीर द्वारा इससे मिलने वाले ग्लूकोज़ का सही इस्तेमाल हो सके।
 
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