bapu da laadla
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स्वयाभू भूदेवताओ द्वारा रचित ग्रंथो के अनुसार जब हिरण्याक्ष नामक राक्षस पृथ्वी को बलपूर्वक घसीटकर समुद्र के नीचे ले गया ,तब विष्णु ने पृथ्वी की रक्षा हेतु वराह अवतार धारण किया।वराह और हिरण्याक्ष के बीच 1000 वर्ष तक यूध्द चला,फिर वराह ने राक्षस को मार डाला और पृथ्वी को अपने बाहर निकले दाँतो पर उठाकर जल से बाहर ले आए ।
मित्रो चित्र के माध्यम से आप इस कथा को समझ सकते है, कि किस तरह भगवान विष्णू सुअर के अवतार मे प्रथ्वी को समुद्र मे डुबने से बचा रहे है ।।
वो क्या है कि मै कभी प्रथ्वी के बाहर गया नही ना इसलिये मेरी जानकारी मे सिर्फ यही बात है कि समुद्र सिर्फ प्रथ्वी पर हि है, तो फिर ये भगवान विष्णू प्रथ्वी को कौन से समुद्र मे डुबने से बचा रहे है ??? और स्मुद्र भी इतना बडा जिसके आगे इतनी विशाल प्रथ्वी इक छोटी सी गेंद के समान दिख रही है????
मित्रो चित्र के माध्यम से आप इस कथा को समझ सकते है, कि किस तरह भगवान विष्णू सुअर के अवतार मे प्रथ्वी को समुद्र मे डुबने से बचा रहे है ।।
वो क्या है कि मै कभी प्रथ्वी के बाहर गया नही ना इसलिये मेरी जानकारी मे सिर्फ यही बात है कि समुद्र सिर्फ प्रथ्वी पर हि है, तो फिर ये भगवान विष्णू प्रथ्वी को कौन से समुद्र मे डुबने से बचा रहे है ??? और स्मुद्र भी इतना बडा जिसके आगे इतनी विशाल प्रथ्वी इक छोटी सी गेंद के समान दिख रही है????