Saini Sa'aB
K00l$@!n!
सँभालकर तुम मेरा यह खत रखना।
दिल में कल भी वही मुहब्बत रखना।।
लिख नहीं सका था मैं इस पर कुछ भी।
कसम तुम्हें इसका मलाल मत रखना।।
दिल में कल भी वही मुहब्बत रखना।।
लिख नहीं सका था मैं इस पर कुछ भी।
कसम तुम्हें इसका मलाल मत रखना।।