JobanJit Singh Dhillon
Elite
शुकर गुजार हूँ उनका जो इस काबिल बना रहे है इस अदब सी नाचीज को उड़ना सिखा रहे है बादल मुश्किलों के काले है मेहनत से जो हटते जा रहे है साथ मिला जो ऐसे दोस्तों का हर पल मेरा साथ निभा रहे है कलम :- हरमन बाजवा ( मुस्तापुरिया )