साक़िया इक नज़र जाम से पहले पहले हम को जाना है कहीं शाम से पहले पहले ख़ुश हुआ ऐ दिल के मुहब्बत तो निभा दी तूने लोग उजड़ जाते हैं अंजाम से पहले पहले