हम कहाँ के दाना थे, किस हुनर में यकता थे बे-सबब हुआ गालिब, दुश्मन आस्माँ अपना
M mittalramit4u Member Mar 2, 2009 #1 हम कहाँ के दाना थे, किस हुनर में यकता थे बे-सबब हुआ गालिब, दुश्मन आस्माँ अपना