मंजर भी बेनूर थे और फिजायें भी बेरंग थी, बस तुम याद आए और मौसम सुहाना हो गया.
avi-jaat Elite Nov 20, 2015 #1 मंजर भी बेनूर थे और फिजायें भी बेरंग थी, बस तुम याद आए और मौसम सुहाना हो गया.