Sarbjit Kaur Toor
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नन्हे-नन्हे फूल हैं ये बच्चे,
ये मुरझाने न पाएँ,
अच्छे गुणो की खाद जो डाले,
प्यार के जल से जो इनको सींचे,
चारों ओर ये महक बिखेरे,
और खिल-खिल जाएँ।
Writer-Sarbjit Kaur TooR
ये मुरझाने न पाएँ,
अच्छे गुणो की खाद जो डाले,
प्यार के जल से जो इनको सींचे,
चारों ओर ये महक बिखेरे,
और खिल-खिल जाएँ।
Writer-Sarbjit Kaur TooR