धूप सूप-सूप भर धूप-कनक यह सूने नभ में गयी बिखर। चौंधाया बीन रहा है उसे अकेला एक कुरर।
Saini Sa'aB K00l$@!n! Dec 31, 2010 #1 धूप सूप-सूप भर धूप-कनक यह सूने नभ में गयी बिखर। चौंधाया बीन रहा है उसे अकेला एक कुरर।