मयार=Standards तेरे बख्शे हुए ग़मों की इनायत है के अब मुझे हर ग़म अपने मयार से कम लगता है
Akash_ads ads Nov 3, 2010 #1 मयार=Standards तेरे बख्शे हुए ग़मों की इनायत है के अब मुझे हर ग़म अपने मयार से कम लगता है