तुम आओ और मुझे पुकारो

Saini Sa'aB

K00l$@!n!
क्रूर काल के कुटिल करों से
हम तुम दोनों छले गए
बंद जान कर द्वार को मेरे
आये प्रिय और चले गए
इतना भी तुमसे न हुआ कि
आकर मेरा नाम उचारो बंद इसलिए किए द्वार थे
तुम आओ और मुझे पुकारो
 
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