घर की मर्यादा में रह कर॥

Saini Sa'aB

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घर की मर्यादा में रह कर॥
मैंने भी वही सब सीखा है॥
हो के वही रहेगा जानू॥
जो किस्मत लिखा है॥
मै भेज रही हूँ प्रेम पुष्प॥
उसको सीने से लगा लेना॥
मै हो न सकी तेरी प्रीतम…
तुम अब तो शादी कर लेना॥
 
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