~Guri_Gholia~
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किसी के इतने पास न जा,
के दूर जाना खौफ़ बन जाये,
एक कदम पीछे देखने पर सीधा रास्ता भी खाई नज़र आये,
किसी को इतना अपना न बना ,
कि उसे खोने का डर लगा रहे ,
इसी डर के बीच एक दिन ऐसा न आये ,
तु पल पल खुद को ही खोने लगे ,
किसी के इतने सपने न देख ,
के काली रात भी रन्गीली लगे ,
आन्ख खुले तो बर्दाश्त न हो,
जब सपना टूट टूट कर बिखरने लगे ,
किसी को इतना प्यार न कर के बैठे बैठे आन्ख नम हो जाये,
उसे गर मिले एक दर्द इधर जिन्दगी के दो पल कम हो जाये,
किसी के बारे मे इतना न सोच कि सोच का मतलब ही वो बन जाये ,
भीड के बीच भी लगे तन्हाई से जकडे गये,
किसी को इतना याद न कर,
कि जहा देखो वोही नज़र आये ,
राह देख देख कर कही ऐसा न हो जिन्दगी पीछे छूट जाये.
के दूर जाना खौफ़ बन जाये,
एक कदम पीछे देखने पर सीधा रास्ता भी खाई नज़र आये,
किसी को इतना अपना न बना ,
कि उसे खोने का डर लगा रहे ,
इसी डर के बीच एक दिन ऐसा न आये ,
तु पल पल खुद को ही खोने लगे ,
किसी के इतने सपने न देख ,
के काली रात भी रन्गीली लगे ,
आन्ख खुले तो बर्दाश्त न हो,
जब सपना टूट टूट कर बिखरने लगे ,
किसी को इतना प्यार न कर के बैठे बैठे आन्ख नम हो जाये,
उसे गर मिले एक दर्द इधर जिन्दगी के दो पल कम हो जाये,
किसी के बारे मे इतना न सोच कि सोच का मतलब ही वो बन जाये ,
भीड के बीच भी लगे तन्हाई से जकडे गये,
किसी को इतना याद न कर,
कि जहा देखो वोही नज़र आये ,
राह देख देख कर कही ऐसा न हो जिन्दगी पीछे छूट जाये.