इबादती ना बना देना ऐ खुदा हे गुज़ारिश , करना इतना की हर दर मज़्जिद हो जाये, किसी भी बहाने से सज़दा ना करू मै तेरा, करना इतना की बेसबब मोहब्बत हो जाये