JobanJit Singh Dhillon
Elite
इम्तिहानो के दौर से
गुज़रा हूँ इस कदर
हर मुश्किल घडी अब तो
आसान ही लगती है
हथियारों के दम पर
जंग नहीं जीती जाती
गर हो हौंसले बुलंद हरमन
दुनिया कदमो में झुकती है
कलम :- हरमन बाजवा ( मुस्तापुरिया )
गुज़रा हूँ इस कदर
हर मुश्किल घडी अब तो
आसान ही लगती है
हथियारों के दम पर
जंग नहीं जीती जाती
गर हो हौंसले बुलंद हरमन
दुनिया कदमो में झुकती है
कलम :- हरमन बाजवा ( मुस्तापुरिया )