क़ुर्बतो के बीच जैसे फ़ासला रहने लगे यूँ किसी के साथ रहकर हम जुदा रहने लगे किस भरोसे पर किसी से आश्नाई कीजिये आशना चेहरे भी तो नाआशना रहने लगे