ऐ कह गया उनसे एक मिलने वाला ख़ाक में मिल के तुम्हारे काम आयेंगे यही जर्रे मेरे दिल के किसी को अपने बज़्म-ऐ-नाज़ की रौनक बढानी थी नुमाईस में वहाँ रक्खे गये टुकड़े मेरे दिल के