इतनी शिद्दत से जिसे चाहते हो विशेष, परख तो लो कभी कि वो इस काबिल है की नहीं, वस्ल की शाम दोनों की एक ही अदा रही विशेष, वो मुस्करा के लूट गया, मैं मुस्करा कर लुट गया.....