ज़िन्दगी के चंद लम्हे खुद की खातिर भी रखो भीड़ मे ज्यादा रहे तो खुद भी गुम हो जाओगे............. तुम्हारी लौ को पकड़ने की चाहत मे जब मैं अपने आप से लिपट कर सुलग रहा था बता उस वक़्त तुम कहाँ थी बता उस वक़्त मैं कहाँ था.......................