bas aviiiiin 22oye
Baagi
आज दिलों में इन्सानों के
भगवान बहुत कम मिलते हैं
लाशों का ढेर हर तरफ
शमशान बहुत कम मिलते हैं
कहते हैं जिसे इन्सानों की बस्ती
वहां इन्सान बहुत कम मिलते हैं
सजी रहती हैं दुकाने मिष्ठानों की
खाने को पकवान बहुत कम मिलते हैं
दिलवाले तो भरे पड़े हैं दुनिया में
मेहरबान बहुत कंम मिलते हैं
इम्मारतें ऊंचीं होती जा रहीं हैं
मकान बहुत कंम मिलते हैं
धर्म तोडना अब सिखा रहा है सबको
जोड़ने वाले तो फरमान बहुत कम मिलते हैं
हुनर भटक के जान दे देता है
बाजारों में कदरदान बहुत कम मिलते हैं
शम्मा तो आज भी जलने को तयार है
अँधेरी दुनिया में शम्मादान बहुत कम मिलते हैं
आज दिलों में इन्सानों के
भगवान बहुत कम मिलते हैं ........
"बागी "
भगवान बहुत कम मिलते हैं
लाशों का ढेर हर तरफ
शमशान बहुत कम मिलते हैं
कहते हैं जिसे इन्सानों की बस्ती
वहां इन्सान बहुत कम मिलते हैं
सजी रहती हैं दुकाने मिष्ठानों की
खाने को पकवान बहुत कम मिलते हैं
दिलवाले तो भरे पड़े हैं दुनिया में
मेहरबान बहुत कंम मिलते हैं
इम्मारतें ऊंचीं होती जा रहीं हैं
मकान बहुत कंम मिलते हैं
धर्म तोडना अब सिखा रहा है सबको
जोड़ने वाले तो फरमान बहुत कम मिलते हैं
हुनर भटक के जान दे देता है
बाजारों में कदरदान बहुत कम मिलते हैं
शम्मा तो आज भी जलने को तयार है
अँधेरी दुनिया में शम्मादान बहुत कम मिलते हैं
आज दिलों में इन्सानों के
भगवान बहुत कम मिलते हैं ........
"बागी "