~¤Akash¤~
Prime VIP
मेरे मरने का उसको जरा गम तो हो
चाहे ज्यादा ना हो आँखे कुछ नम तो हो
हर तरफ आ गयी फिर से जश्ने -बहार
मुझपे उसका सितम अबके कुछ कम तो हो
तसल्ली सी हो जायगी फिर अयान
चाहे गैरों में हो गिनती में हम तो हो
दर्द तो दे दिया हौसला दे कभी
जख्म के साथ में कोई मरहम तो हो
ये निजामे-जहाँ ही बदल दूंगा मैं
आप जैसा कोई मेरा हमदम तो हो..
चाहे ज्यादा ना हो आँखे कुछ नम तो हो
हर तरफ आ गयी फिर से जश्ने -बहार
मुझपे उसका सितम अबके कुछ कम तो हो
तसल्ली सी हो जायगी फिर अयान
चाहे गैरों में हो गिनती में हम तो हो
दर्द तो दे दिया हौसला दे कभी
जख्म के साथ में कोई मरहम तो हो
ये निजामे-जहाँ ही बदल दूंगा मैं
आप जैसा कोई मेरा हमदम तो हो..